सहाड़ा उपचुनावः म.प्र. राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य ने किया सम्बोधित

भीलवाड़ा। भारतीय जनता पार्टी के मध्यप्रदेश से राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सहाड़ा उपचुनाव को लेकर भीलवाड़ा में सभा को सम्बोधित करते हुए कांग्रेस सहित विपक्ष के सभी नेताओं पर जोरदार हमला बोला।

उन्होंने कहा हमारी सोच है कि जान जाए पर वचन न जाए, पर कांग्रेस की सोच है- वचन जाए तो जाए, पर जान किसी भी कीमत पर नहीं जाए। सिंधिया ने सहाड़ा में बीजेपी प्रत्याशी डॉ रतन लाल जाट के समर्थन में जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा एक तरफ किसानों का कर्जा माफ नहीं किया, दूसरी तरफ हमारे पीएम मोदी ने किसान सम्मान निधि के रूप में एक-एक किसान को 6 हजार रुपए दिए। यहां सीएम गहलोत कहते हैं कि 6 हजार से क्या होता है। मैं पूछना चाहता हूं कि आपने क्या करके दिखाया। यह तो बताएं।

वसुंधरा नही तो भतीजे से करवाई सहाड़ा में सभा

मध्यप्रदेश में भाजपा की सरकार हमने स्थापित की। जो किसानों को, नौजवानों को धोखा दे, उसे धूल चटाने का काम ज्योतिरादित्य सिंधिया ने किया। मुझे कुर्सी की भूख नहीं, मुझे सत्ता की भूख नहीं, लेकिन यदि जनता के साथ अन्याय हो, भ्रष्टाचार हो तो जान भी देने की जरूरत पड़ी तो मैं देने को तैयार हूं। मुझे गर्व है कि भाजपा की एमपी की सरकार में जहां 6 हजार रुपए केंद्र ने दिया तो हमने और शिवराज जी ने मिलकर सरकार की ओर सेे 4 हजार रुपए और जोड़कर 10 हजार रुपए किया। सुन लें गहलोत जी। अगर किसान का कल्याण करना है तो गहलोत जी, बातें करने से काम नहीं बनता उस कार्य में अपनी राशि डलवाकर बताएं तो हम मानेंगे आप किसान हितैषी हैं। नरेंद्र मोदी की सरकार ने फसल बीमा योजना शुरू की। इस योजना के तहत एक लाख करोड़ रुपए किसानों के लिए दिए। यह भाजपा की केंद्र सरकार की सोच है। यहां राजस्थान में जो 10 हजार रुपए आपकी सब्सिडी बिजली के लिए दी जाती थी उसे भी खत्म कर दिया। अब आने वाली 17 तारीख को गहलोत सरकार की भी उलटी गिनती शुरू हो जाएगी। सही है कि नहीं- तो ताली बजाओ। यहां आपने पैसा वापस ले लिया। आप कटाक्ष केंद्र सरकार पर करते हो। सहाड़ा में चुनावी दौर में रविवार को बेरोजगारों ने रैली निकाली। राज्य सरकार की ओर से लटकाई जा रही भर्तियों के खिलाफ वे नेताओं का विरोध कर रहे थे। इसी पर सिंधिया ने राज्य सरकार को आड़े हाथों लिया। वे सीएम अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए बोले आपने कहा था बेरोजगारों को 3500 रुपए बेरोजगारी भत्ता देंगे, जबकि आज सबसे ज्यादा बेरोजगारी राजस्थान में है। यहां 25 प्रतिशत युवा बेरोजगारी के दस्तक पर दर दर भटक रहे हैं। यहां इतनी अधिक क्षमताएं हैं उसके बावजूद इतनी बड़ी संख्या बेरोजगारों की हो गई है। गहलोत जी को मौके पर चौके मारने की बड़ी आदत है। अब 17 तारीख को जनता को ईवीएम के बटन पर छक्के मारकर गहलोत जी की नींद उड़ानी होगी। आम आदमी त्रस्त है और कानून व्यवस्था ध्वस्त है।

असल में राजस्थान में होने जा रहे विधानसभा उपचुनाव में जीत के लिए बीजेपी कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती। ऐसे में बीजेपी ने अब मध्य प्रदेश से ज्योतिरादित्य सिंधिया को राजस्थान के रण में उतारा है। ताकि कांग्रेस का गढ़ माने जाने वाली सहाड़ा सीट पर बीजेपी प्रत्याशी को जीत मिल सके। दूसरा कारण यह भी है कि वसुंधरा ने उपचुनाव में प्रचार से दूरी बना रखी है। ऐसे में भाजपा उनके भतीजे ज्योतिरादित्य से प्रचार करवाकर उसकी भरपाई कर रही है। ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस छोड़ने और BJP में शामिल होने के बाद पहली बार राजस्थान का चुनावी दौरा कर रहे हैं। पहली सभा सहाड़ा में इसलिए, क्योंकि सहाड़ा के गंगापुर क्षेत्र का सिंधिया खानदान से 230 साल पुराना रिश्ता है। गंगापुर सहाड़ा क्षेत्र के कई गांव ग्वालियर रियासत के अधीन आते थे। इस वजह से सिंधिया घराने का इस इलाके के लोगों में प्रभाव रहा है। इसके पीछे ऐतिहासिक कारण है। बताया जाता है कि मेवाड़ राजघराने की बेटी गंगाबाई ग्वालियर की बहू थीं। उदयपुर महाराणा और देवगढ़ के उमराव के बीच अनबन हो गई थी। गंगाबाई समझौता करवाने उदयपुर आई थीं। वहां से लौटते वक्त गंगापुर के निकट लालपुरा गांव में उनका निधन हो गया था। उनके नाम पर ही गंगापुर कस्बा बना। यहां पर गंगाबाई छतरी और मंदिर भी है।

उस समय राजवंशों की परंपरा के अनुसार, जिस जगह अंतिम संस्कार हो वह जगह रियासत की होनी जरूरी थी। उस परंपरा के तहत मेवाड़ रियासत ने इन गांवों को ग्वालियर रियासत को दे दिया था। वसुंधरा राजे भी गंगापुर से इस रिश्ते को निभाती आई हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस में रहते हुए गंगापुर आए थे। तब उनका भारी स्वागत हुआ था। इस बार पर भाजपा के होकर आया है तो क्षेत्र की जनता ने उनका भरपूर स्वागत किया। सभा को सम्बोधित करने से पहले सिंधिया गंगाबाई के मंदिर पहुँचे, जहाँ दर्शन करके के बाद गंगापुर कस्बे से रोड़ शो के रूप में सहाड़ा चौराहा मेला ग्राउंड पहुँचे, जहां सभा को सम्बोधित किया। सभा को केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी, चित्तौड़ सांसद सीपी जोशी सहित अन्य नेताओं ने भी सम्बोधित किया।

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