जिला बनाने की मुराद को लेकर 250 किमी की पदयात्रा पर निकल पड़े 10 दीवानें

नागदा। जन-जन की एक मांग मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले में स्थित नागदा को जिला बनाने की मुराद को लेकर इतना जोश एवं जूनून सवार हुआ कि वे राजधानी भोपाल में जनता की बात की दस्तक देने के लिए 250 किमी का सफर पैदल तक तय करने के लिए निकल पड़े। रविवार को सैकड़ों  लोग उनकी दीवानगी के साक्षी बने और भोपाल के लिए विदाई दी। बड़ी संख्या में महिलाओं ने भी भागीदारी की। इस कहानी के मुख्यपात्र एवं नई सोच के किरदार युवा कांग्रेस नेता बसंत मालपानी है। जिनके संग कुल 10 युवाओं की एक टीम सीएम हाउस तक जनता की मुराद के लिए रवाना हुई।  ना घूप, ना भूख  ना प्यास की परवाह ये लोग पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 13 दिनों के बाद भोपाल पहुंचेंगे .पदयात्रियो की बिदाई के पहले शहर के मुख्य मार्गो से संगीत की स्वर लहरियों के साथ जूलूस निकाला गया। हर जगह पर  ने पुष्प बरसा कर  दीवानगी का स्वागत किया। सुबह लगभग 11. 30 बजे किरण टाकिज चौराहे से काफिला शुरू हुूआ। जो जवाहर मार्ग कन्याशाला चौराहा, महात्मागांधी मार्ग , गुर्जर मोहल्ला, तिलक मार्ग से गुजरता हुआ बस स्टैड पर पहुंुचा।  इंगारिया रोड स्थित ब्रिज से भीड़ ने इन्हे शुभकामनाओं के साथ बिदाई दी।

 कांग्रेस विधायक समेत भाजपा के लोग

शहर के मुख्य मार्गो से निकले जलसे में कांग्रेस विधायक दिलीपसिंह गुर्जर ने किरण टाकिज चौराहे पर पहुुचकर मांग का समर्थन किया। वे भी शहर के मुख्य मार्गो से गुजरे। साथ ही पदयात्रियों की हौसला अफजाई की। कई काग्रेस पार्षदांे के अलावा वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं पूर्व नपा उपाध्यक्ष बंशीलाल मालपानी एवं भाजपा के पदाघिकारी भी शामिल हुए।  वरिष्ठ भाजपा नेता पूर्व नपा उपाध्यक्ष राजेश धाकड, पूर्व नपा अध्यक्ष राजेंद्र अवाना, भाजपा पार्षद बबीता रघुवंशी एवं नपा अध्यक्ष प्रतिनिधि ओपी गेहलोत आदि ने भी स्वागत किया। आप पार्टी के उज्जैन जिला ग्रामीण अध्यक्ष सुबोध स्वामी भी साक्षी बने। अभिभाषक संध अध्यक्ष विजय वर्मा,लायंस क्लब एवं प्रेस क्लब के पदाघिकारियों आदि समेत कई संस्थाओं के प्रमुखों एवं व्यापारियों ने भागीदारी की।

संभवत होंगे गिरफतार

अभी यह पुष्ट नही है लेकिन यह संभावना व्यक्त कि जा रही हैकि पदयात्री भोपाल में  11 मई को सीएम हाउस के सामने प्रदर्शन करेंगे। ऐसी स्थिति में इनकी गिरपतारी की संभावना से इंकार नहीं किया जा  सकता है। कयास लगाए जा रहे हैकि भोपाल में आयोजित प्रदर्शन में उज्जैन जिले की अन्य विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस विधायक भी इस प्रर्दशन में शुमार हो सकते हैं। पदयात्रा में दिलीप फतरोड, चेतन नामदेव, जुम्मन खान, श्रवण सोलकी,अनिल भाट,, शशिकांत सौलंकी, आरिफ खान, आकाश शर्मा, एवं लाखन परमार आदि शामिल हुए हैं।

नवीन नागदा जिले की तस्वीर

कमलनाथ सरकार में नागदा को जिला बनाने का परीक्षण हुआ और 18 मार्च 2020 को मंत्रिमंडल में स्वीकृति मिली। आगेे की प्रक्रिया दावे आपत्यिों एवं अधिसूचना की कार्यवाही पूरी हांेने के पहले ही कांग्रेस की अंर्तकलह से कमलनाथ सरकार गिर गई। उसके बाद से यह अधूरी प्रकिया पेंिड्रग  पड़ी है। नागदा को जो नवीन जिला बनाया जाने की प्रोजेक्ट जो कलेक्टर उज्जैन से वल्लभ भवन भोपाल को वर्ष 2019 में जो जानकारियां भेजी गई उसके अनुसार नवीन नागदा जिले में कुल 561 गांव एवं 301 पंचायते शामिल है। नागदा क्षेत्र के 114 गांव, खाचरौद के 110 महिदपुर 114त्र झारड़ा, 113 एवं रतलाम जिले की आलोट तहसील के 11ृ0गांवों का मुख्यालय नागदा होगा। उन्हेल कस्बा के 28 गांव भी इस नवीन जिले में प्र्रस्तावित है। इन कुल 28 गांवों  की आबादी 42 हजार 18 आंकी गई है।

आबादी 7 लाख 77 हजार 201

प्रस्तावित नागदा जिले की आबादी जनगणना 2011 के अनुसार 7 लाख, 77 हजार 201 प्रस्तावित है। जिन तहसीलों को नवीन नागदा जिले में शामिल किया जा रहा है उसके अनुसार नागदा क्षेत्र की आबादी 2 लाख 37 हजार, 996, खाचरौद- 1 लाख, 61 हजार 270, महिदपुर- 1 लाख 51 हजार, 736 आलोट- 1 लाख 11 हजार 636 झारड़ा- 1 लाख 7 हजार 563 शामिल होगी।

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