
I congratulate all the colleagues who have taken oath today and wish them the very best for their ministerial tenure. We will continue working to fulfil aspirations of the people and build a strong and prosperous India. #Govt4Growth pic.twitter.com/AVz9vL77bO
— Narendra Modi (@narendramodi) July 7, 2021
खराबी इंजन में है और बदले डिब्बे जा रहे है !
यही तो है “दुर्दशाजीवी मोदी मंत्रिमंडल” के विस्तार की सच्चाई !
🤔🤔— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) July 7, 2021
प्रधानमंत्री के रूप में मई 2019 में 57 मंत्रियों के साथ अपना दूसरा कार्यकाल शुरू करने के बाद मोदी ने पहली बार केंद्रीय मंत्रिपरिषद में फेरबदल व विस्तार किया है | शपथ लेने वाले 43 मंत्रियों में 30 लोकसभा और 11 राज्यसभा के सदस्य हैं। असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल और भाजपा की तमिलनाडु इकाई के अध्यक्ष एल मुरुगन 2 ऐसे मंत्री हैं, जो फिलहाल संसद के किसी सदन के सदस्य नहीं हैं। इस मंत्रिपरिषद विस्तार में कुल 15 कैबिनेट और 28 राज्य मंत्री बनाए गये हैं |
नये चेहरे जो कैबिनेट मंत्री बने –
कैबिनेट मंत्री के रूप में महाराष्ट्र से राज्यसभा के सदस्य नारायण राणे, असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल, पूर्व केंद्रीय मंत्री व मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ से सांसद वीरेंद्र कुमार, मध्य प्रदेश से राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया, जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष व राज्यसभा सदस्य राम चंद्र प्रसाद सिंह, ओडिशा से भाजपा के राज्यसभा सदस्य अश्विनी वैष्णव, भाजपा महासचिव व राजस्थान से राज्यसभा के सदस्य भूपेंद्र यादव और लोक जनशक्ति पार्टी के पारस गुट के अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस ने शपथ ली |
इनका हुआ प्रोमोशन –
किरेन रिजिजू, राजकुमार सिंह, हरदीप सिंह पुरी और मनसुख भाई मांडविया ने भी कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की | इन चारों नेताओं को राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) से पदोन्नत कर कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया है | जिन राज्यमंत्रियों को पदोन्नत कर सीधे कैबिनेट मंत्री बनाया गया उनमें पुरुषोत्तम रूपाला, जी किशन रेड्डी और अनुराग सिंह ठाकुर शामिल हैं |
कुल 77 सदस्य, औसत उम्र 58 साल-
नयी मंत्रिपरिषद की औसत आयु 61 वर्ष से घटकर 58 वर्ष हो गयी है | मंत्रिपरिषद में निषिथ प्रमाणिक (35 वर्ष) सबसे कम उम्र के मंत्री हैं। सबसे अधिक आयु के सदस्य सोम प्रकाश हैं, जो 72 वर्ष के हैं | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली नयी मंत्रिपरिषद में 77 सदस्य हैं |
इनकी हो गई छुट्टी –
एक्शन-सस्पेंस के बीच कुछ बड़े मंत्रियों का अचानक हटाए जाना सियासत के महारथियों को भी आश्चर्य में डाल गया | इनमें केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन, शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, महिला बाल विकास मंत्री देबोश्री चौधरी, उर्वरक और रसायन मंत्री सदानंद गौड़ा, श्रम राज्य मंत्री संतोष गंगवार, शिक्षा राज्य मंत्री संजय धोत्रे, बाबुल सुप्रियो, प्रताप सारंगी और रतन लाल कटारिया को इस्तीफा देना पड़ा. गौरतलब है कि केंद्रीय सामाजिक न्याय मंत्री थावरचंद गहलोत ने मंगलवार को ही इस्तीफा दे दिया था | थावरचंद को कर्नाटक का राज्यपाल बनाया गया | इस प्रकार प्रधानमंत्री ने 12 केंद्रीय मंत्रियों का सफाया कर दिया ||
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