सारण : बिहार के सारण जिले के दरियापुर थाना क्षेत्र के सढवारा गांव में सोमवार रात को मछली खाकर एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई । गंभीर रूप से बीमार एक बच्चे को पीएमसीएच में भर्ती कराया गया है । मरने वालों में पिता-पुत्र और भतीजा शामिल हैं । बताया जा रहा है कि घर के मुखिया सुभाष राय ने बाजार से मछली खरीदकर लाया, लेकिन सोमवार को सावन महीने का पहला सोमवार था । घर की महिलाओं ने श्रावणी सोमवार का व्रत किया हुआ था जिस कारण घर में इस दिन मछली बनाने की मनाही थी । ऐेसे में घर के पुरुष सदस्यों ने घर के बाहर अहाते में खाना बनाया । जिसे घर के चार सदस्यों ने खाया, जिसमें सुभाष राय (50 साल) और इनके दो पुत्रों (बालाजी राय उम्र 18 साल व मिथिलेश राय उम्र 22 साल) और इनका 5 साल का भतीजा विराज राय भी शामिल है ।
घटनास्थल पर मौजूद पुलिस और ग्रामीणों की भीड़ –
भोजन के बाद परिवार के सदस्य सोने चले गए लेकिन कुछ देर बाद उनकी हालत बिगड़ने लगी । परिवार के सदस्य कुछ समझ पाते इससे पहले ही दो लोगों ने दम तोड़ दिया । गंभीर रूप से बीमार घर के मुखिया को आनन-फानन में पीएमसीएच ले जाया लेकिन उनकी हालत में कोई सुधार नहीं हुआ । मंगलवार की सुबह उनकी भी मौत हो गई । फिलहाल 22 साल के मिथिलेश का इलाज पीएमसीएच(पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल) में चल रहा है जहां उसकी स्थिति गंभीर बताई जा रही है ।
घटना की जानकारी होते ही पूरा प्रशासनिक अमला हरकत में आया सोनपुर एएसपी अंजनी कुमार, दरियापुर थाना, स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गहनता से घटनास्थल का निरीक्षण किया । घर में बनी मछली के बचे हुए अंश को फोरेंसिक जांच के लिए सुरक्षित कर लिया गया ।
सारण के पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार ने प्रेस रिलीज जारी करके पूरी घटना की जानकारी दी । प्रेस रिलीज में बताया गया है कि 26 जुलाई की शाम को सुभाष राय पुत्र शिवनंदन राय, गरीबाचक बाजार से मछली लाए फिर स्वयं सहित अपने दोनों बेटों बालाजी और मिथिलेश सहित अपने भाई के पुत्र विराज के साथ मिलकर मछली खाई । अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सोनपुर ने मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण कर मछली और चावल के अवशेष के साथ-साथ एक पॉलीथिन में तेज गंध वाला सरसों के दाने की तरह दिखने वाला पदार्थ थाईमेट, साथ ही जिस कड़ाही में मछली की सब्जी बनाई गई थी, उसे भी जब्त कर लिया गया है । एफएसएल की टीम के द्वारा भी मौके पर निरीक्षण कर तथ्य जुटाया गया है ।
घटनास्थल का मुआयना करते पुलिसकर्मी –
घटनास्थल पर पुलिस की पूछताछ में यह पाया गया कि संभवतः मछली बनाने में प्रयोग होने वाले सरसों की जगह सरसों के दाने जैसा दिखने वाला कीटनाशक थाइमेट भूलवश डाल दिया गया, जिससे यह घटना घटित हुई । घटना की जांच जारी है ।
आशंका है कि परिवार ने डिनर में जो मछली खाई थी वह जहरीली हो । इसी वजह से पूरा परिवार फूड प्वाइजनिंग का शिकार हो गया । मंगलवार की सुबह हुई इस घटना के बाद इलाके में मातम पसरा हुआ है । पूरे सदवारा क्षेत्र में शोक का माहौल है ।सिर्फ मछली खाने की वजह से एक परिवार ने अपने तीन सदस्यों को खो दिया । तीनों शवों के पोस्टमार्टम के बाद ही मौत की सही वजह सामने आ सकेगी फिलहाल तो मछली जहरीली होने की वजह से ही मौत का शक जताया जा रहा है । इस घटना ने एमडीएम की घटना की याद दिला दी, जिसमें 2013 में 23 बच्चों की मौत सब्जी में भूलवश सरसों के तेल की जगह कीटनाशक पड़ने की वजह से हो गई थी । दरियापुर पुलिस ने तीनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए छपरा सदर अस्पताल भेज दिया है ।
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