गुजरात पुलिस ने सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ की जमानत याचिका का विरोध करते हुए गुजरात पुलिस की एसआईटी ने कोर्ट में एक हलफनामा दाखिल किया है। जिसमें दावा किया है कि गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल द्वारा रची गई ‘बड़ी साजिश’ का वह हिस्सा थीं। SIT ने कहा कि तीस्ता को अहमद पटेल से एक बार 5 लाख रुपए और दूसरी बार 25 लाख रुपए मिले थे। SIT ने जेल में बंद तीस्ता की जमानत याचिका का विरोध भी किया। गुजरात SIT ने तीस्ता को 25 जून को मुंबई में उनके घर से गिरफ्तार किया था। यह गिरफ्तारी गुजरात दंगों में साजिश रचने के आरोप में हुई।
फर्जी दस्तावेज बनाकर साजिश रचने का आरोप
गुजरात दंगों के मामले में अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने तीस्ता सीतलवाड़, पूर्व IPS संजीव भट्ट और DGP आरबी श्रीकुमार के खिलाफ फर्जी दस्तावेज बनाकर साजिश रचने का मामला दर्ज किया है। संजीव भट्ट पहले से जेल में हैं, जबकि तीस्ता और श्रीकुमार को अब गिरफ्तार किया गया है।
इस मामले में अहमद पटेल की बेटी मुमताज पटेल ने कहा कि गुजरात चुनाव से पहले तो ये होना ही था। इस मामले को 20 साल हो गए। मेरे पिता जिंदा थे तब कोई कार्रवाई क्यों नहीं की। चुनाव की वजह से ऐसे आरोप लगाए जा रहे हैं। पिछले 1.5 साल से मेरे पिता को बदनाम किया जा रहा है। हर चुनाव से पहले कुछ न कुछ मुद्दा उछाला जाता है।
कांग्रेस ने कहा- भाजपा मरे हुए लोगों को भी नहीं छोड़ती
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि कांग्रेस भाजपा के आरोपों का सिरे से खंडन करती है। 2002 में सांप्रदायिक नरसंहार रोकने के लिए नरेंद्र मोदी ने जिस तरह की अनिच्छा दिखाई थी उसकी वजह से ही तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी ने उन्हें राजधर्म की याद दिलाई थी। प्रधानमंत्री की राजनीतिक बदले की मशीन उन मरे हुए लोगों को नहीं छोड़ती है, जो उनके विरोधी थे। SIT अपने आका के इशारे पर नाच रही है, जहां कहा जाएगा वहीं बैठ जाएगी।
विवेक अग्निहोत्री ने किया ट्वीट: बॉलीवुड फिल्ममेकर विवेक अग्निहोत्री ने ट्वीट करते हुए लिखा कि मुझे उम्मीद है कि जल्द ही हमें यह भी पता चल जाएगा कि सीएए विरोधी शाहीन बाग और किसान आंदोलन को किसने फंड किया। बॉलीवुड सितारे इसका हिस्सा क्यों थे? इसी के साथ फिल्ममेकर ने आगे लिखा कि सब ताज उछाले जाएंगे… सब तख़्त गिराए जाएंगे… हम देखेंगे।
I hope sometime soon we will also get to know who funded anti-CAA – Shaheen Bagh and Farmer’s protests. Why Bollywood stars were part of it?
सब ताज उछाले जाएँगे… सब तख़्त गिराए जाएँगे… हम देखेंगे। #UrbanNaxals. pic.twitter.com/z1tx3gC9E3
— Vivek Ranjan Agnihotri (@vivekagnihotri) July 16, 2022
एसआईटी के मुताबिक, आरोपी सीतलवाड़ ने शुरू से ही इस षड़यंत्र का हिस्सा बनना शुरू कर दिया था। उन्होंने गोधरा ट्रेन की घटना के कुछ दिनों बाद ही अहमद पटेल के साथ बैठक की थी और पहली बार में उन्हें पांच लाख रुपये दिए गए थे। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के निर्देश पर एक गवाह ने उन्हें पैसे दिए।
पुलिस ने कोर्ट को बताया कि दो दिन बाद शाहीबाग में सरकारी सर्किट हाउस में पटेल और सीतलवाड़ के बीच हुई बैठक में गवाह नवे पटेल के निर्देश पर सीतलवाड़ को 25 लाख रुपये और दिए।
रिपोर्ट के मुताबिक, बैठक में दिया गया कैश किसी राहत संबंधी कोष का हिस्सा नहीं था। इसमें यह भी कहा गया है कि इन बैठकों में कई राजनीतिक नेताओं की मौजूदगी की भी पुष्टि होती है।
Statement Issued by @Jairam_Ramesh , General Secretary In- Charge, Communications, AICC pic.twitter.com/vZo55UcDcN
— Congress (@INCIndia) July 16, 2022
जयराम रमेश ने कहा कि प्रधानमंत्री की राजनीतिक प्रतिशोध स्पष्ट रूप से उन दिवंगत लोगों को भी नहीं बख्शती जो उनके राजनीतिक विरोधी थे। यह एसआइटी अपने सियासी आका की धुन पर नाच रही है और जहां कहेगी वहीं बैठ जाएगी। हम जानते हैं कि कैसे एक पूर्व एसआईटी प्रमुख को मुख्यमंत्री को ‘क्लीन चिट’ देने के बाद एक राजनयिक कार्य के साथ पुरस्कृत किया गया था।