पहले किसी पर इतने आरोप एक साथ लगे थे? नवाब मलिक द्वारा जारी पूरा पत्र देखिए..

पहले किसी पर इतने आरोप एक साथ लगे थे? नवाब मलिक द्वारा जारी पूरा पत्र देखिए..

संजय कुमार सिंह : नवाब मलिक द्वारा जारी एनसीबी के अनाम कर्मचारी का पत्र। इस पत्र को पढ़िए और सोचिए-समझिए। क्या ये आरोप गलत और निराधार हो सकते हैं। एनसीबी कर्मचारी को अगर नवाब मलिक को पत्र लिखना पड़ रहा है और उसे जारी किए जाने के बाद भी समीर वानखड़े का बचाव किया जा रहा है और नवाब मलिक पर आरोप लगाए जा रहे हैं तो सच्चाई, निष्पक्षता और जांच कहां है? इस पत्र में लोगों को जबरन फंसाने, घर से नकदी और जेवर मिलने पर अधिकारियों की मनमानी की कुछ शिकायतों को रफा-दफा करने के गंभीर आरोप भी हैं। 

ऐसे ही एक आरोप है, 15. केस नंबर 44/2021 मे सिकंदर हसैन सजाद के पास से घर से 12 बोतल कोडीन के खांसी के सिरप व कुछ मात्रा मे गाँजा व मेफेडोन (MD) मिला था लेकिन सिपाही विष्णु मीना ने समीर वानखेडे के कहने पर 2 कार्टून कोडीन के खांसी के सिरप उसके घर पर रखकर झूठा केस बनाया व उसे जेल में डाल दिया। उसकी बहन के पास सिपाही विष्णु मीना के हाथ मे 2 कार्टून ले जाते हुए का विडियो भी है। उसकी पुकार कोई भी नहीं सुन रहा। 

एक और मामला है, 23. केस नंबर 88/2021 मे एक मुजरिम को पकड़ा था जिसे जेल में डाल दिया व seizure के दोरान उसका डेबिट कार्ड जब्त किया था जो कि गुजरात में किसी बैंक का था व उसका PIN नंबर NCB के अधिकारियों ने ले लिया था व समीर के कहने के बाद व मुजरिम को जेल भेजने के बाद उसका डेबिट कार्ड इस्तेमाल करके रुपेय 40000 निकाले गए। कहने की जरूरत नहीं है कि इन मामलों की आसानी से जांच और पुष्टि हो सकती है।  

पत्र में एक जगह लिखा है, इस मामले में भी ये ही हआ है । समीर पिछले एक माह से BJP के दोनों कार्यकर्ताओ (KP Gosawi  व Manish Bhanushali) से संपर्क में है व क्रूज से जितने भी आदमी पकड़े गए थे उन्हें NCB office लाया गया व सारे पंचनामे NCB के office मे बैठ कर बनाए गए। परंतु रिशब सचदेव, प्रतीक गाबा व अमीर फरनीचरवाला को उसी रात दिल्ली से फोन आने पर छोड़ा गया। इस मामले में समीर वानखेडे की फोन कॉल डीटेल चेक की जा सकती है। इस मामले में अरबाज मर्चेन्ट के दोस्त अब्दुल से कुछ drug नहीं मिली थी लेकिन समीर के कहने से उस पर भी drug recovery दिखा दी गई है । समीर ने इस केस में अपने (NCB) कार्यालय के ड्राईवर श्री विजय को पंच यानि गवाह बना दिया है, जबकि कानून कहता है कि गवाह स्वतंत्र होने चाहिए। यह सारा केस फर्जी है व drug जो प्राप्त हुई है समीर व उसके साथियो ने plant की है।

देश में राजनीति का आलम यह है कि बहुत सारे लोग पत्र पढ़े बिना, आरोपों को जाने बगैर सरकार के खिलाफ या विरोध में हैं। जबकि मामला सरकार की कार्यशैली का है राजनीति से इसका कोई संबंध नहीं है। बशर्ते राजनीति का मतलब सत्ता में रहकर पैसे कमाना नहीं हो।

(पोस्ट में पूरी चिट्ठी है। पढ़िए और जानिए कि सरकारी विभाग कैसे काम कर रहे हैं – या उनपर आरोप हैं जिनका संतोष जनक जवाब नहीं है।)

प्रस्तुत है, पूरा पत्र जस का तस। पीडीएफ को डॉक फाइल बनाने में सिर्फ फॉर्मैटिंग बदला है। टाइपिंग की कुछ गलतियां मैंने सुधारी हैं। कहने की जरूरत नहीं है कि यह चिट्ठी जितनी गंभीर है उतनी गंभीरता से मीडिया में छपी नहीं है। इसके बावजूद समीर वानखड़े की पत्नी पति का बचाव तो कर ही रही हैं मराठी होने का दावा भी कर रही हैं। मुझे याद नहीं है कि देश में जब भ्रष्ट सरकारें होती थीं तो किसी के खिलाफ इतने आरोप ऐसे सार्वजनिक रूप से लगे हों। उल्टे हमलोग सुनते थे कि फलाने के खिलाफ कोई अनाम शिकायत थी और उसे पद से हटा दिया गया। अब घर घर गैस पहुंचने और शौंचालय बनने के बाद काफी कुछ बदल गया है।

सेवा मे,
श्री नवाब मलिक मंत्री,
महाराष्ट्र सरकार
मुंबई।

श्रीमान जी

में Narcotics Control Bureau का एक कर्मचारी हूँ व पिछले दो वर्षों से मुंबई कार्यालय में कार्यरत हूँ। पिछले वर्ष जब NCB को सुशांत सिंह राजपूत मामले मे Drug angle की जांच सोपी गई व गत महानिदेशक श्री राकेश अस्थाना ने SIT का गठन करके अपने चेले कमल प्रीत सिंह मल्होत्रा को SIT का प्रभारी बनाकर मुबई में drug angle की जांच सोपी व साथ मे समीर वानखेडे जोकि Directorate of Revenue Intelligence (DRI) मुंबई में काम कर रहा था उसको ग्रहमंत्री श्री अमित शाह से कहके out of way DRI से loan basis पर NCB मुंबई में Zonal Director के पद पर join करवाया। श्री राकेश अस्थाना जोकि सबको मालूम है कि कितना ईमानदार अफसर है, उसने समीर वानखेडे व केपीएस मल्होत्रा को साम, दाम, दण्ड व अन्य किसी भी तरीके से बॉलीवुड के कलाकारों को drug मामले में फंसाकर उनपर case बनाने का आदेश दिया व दोनों ने राकेश अस्थाना की इच्छापूर्ति के लिए काम किया व बॉलीवुड के कलाकारों को झूठे cases में फंसाना शरू किया। Case register करने के बाद केपीएस मल्होत्रा व समीर वानखेडे ने इन कलाकारों से करोड़ो रुपये की डिमांड की व करोड़ो रुपये की उगाही करके राकेश अस्थाना को भी हिस्सा दिया। बॉलीवड के इन कलाकारों दीपिका पादुकोण, करिश्मा प्रकाश, श्रद्धा कपूर, रकूल प्रीत सिंह, सारा अली खान, भारती सिंह, हर्ष लिम्बाचिया, रिया चक्रवर्ती, सोविक चक्रवर्ती व अर्जुन रामपाल) से यह सारा रुपेया उनके वकील श्री अयाज़ खान ने इकट्ठा करके दिया। अयाज़ खान की दोस्ती समीर वानखेडे से है व वह NCB कार्यालय में बिना किसी रोकटोक के आ जा सकता है व समीर वानखेडे को बॉलीवुड से मासिक उगाही करके देता है व बदले मे जब समीर वानखेड़े किसी भी बॉलीवुड आर्टिस्ट को पकड़ता है तो उन्हें अयाज खान को अपना वकील करने को कहता है।

समीर वानखेडे एक एटेन्शन सीकर अधिकारी है व हमेशा मीडिया में अपनी खबर चाहता है। जिसके लिए उसने बहुत से निर्दोष लोगों को झूठे NDPS cases मे फंसाया है। झूठे cases बनाने के लिए समीर ने अपनी अलग टीम बना रखी है जिसमे Superintendent श्री विश्व विजय सिंह, IOS आशीष रंजन, किरण बाबू, विश्वनाथ तिवारी व JIO सुधाकर शिंदे, OTC कदम, सिपाही रेड्डी, पी.डी. मोरे व विष्णु मीना, UDC सूरज, ड्राईवर विजय, अनिल माने व समीर का निजी सचिव शरद कुमार शामिल है। OTC कदम, सिपाही रेड्डी, पी.डी. मोरे व विष्णु मीना, ड्राईवर अनिल माने ये सब लोग किसी भी आवास पर तलाशी के दौरान drug plant (रखते) करते है व लोगो पर झुठा case बनवाते है। यदि किसी के घर से कम drug प्राप्त हो जाती है तो वास्तविक drug की मात्रा न दिखा के drug को ज्यादा बढ़ा के कमर्शियल या inter-mediate बना दिया जाता है जिससे उक्त व्यक्ति को जमानत न मिल सके। IOs आशीष रंजन, किरण बाबू, विश्वनाथ तिवारी व JIO सुधाकर शिंदे नकली पंचनामे बनाते हैं व NCB office मे पंचनामा लिखा जाता है व उसे अपनी मन माफिक मोके पर दिखाया जाता है। समीर वानखेडे अपने गुर्गो से drug खरीदवाता है व झूठे cases बना रहा है। इसके गुर्गों के नाम दशरथ, जमील, अफजल, मोहम्मद, शेख, नासिर, आदिल उसमानी आदि है जो केवल समीर को drug मुहैया कराते हैं। जिसको खरीदने के लिए समीर Secret Service Fund (SSF) व लोगो के घरों से तलाशी के दोरान लुटे हुये पैसो का इस्तेमाल करता है। यहाँ मैं आपको कुछ cases के बारे में बताता है जिसमे समीर और उसकी तथाकहित मंडली ने लोगो के घरों में तलाशी के दोरान drug रखकर झूठे cases बनाए :

1. केस नंबर 16/2020 मे शुरू मे करण अरोडा, जैद विलत्रा व अबास लखानी को पकड़ा गया था जिनके पास से बहुत छोटी मात्रा मे गाँजा मिला था । उस समय समीर वानखेडे ने NCB मुंबई join किया था व श्री दिनेश चव्हाण, superintendent operations का कार्यभार संभाल रहे थे व श्री विश्व विजय सिंह superintendent administration का कार्यभार संभाल रहे थे । समीर वानखेडे ने दिनेश चव्हाण को करण अरोडा, जैट बिलवा व अबास लखानी की confessional statement में रिया चक्रवर्ती, शोविक चक्रवर्ती, समुयल मिरानडा आदि का लिखने को कहा, जिस पर श्री दिनेश चव्हाण, superintendent operations ने साफ साफ माना कर दिया तब से समीर ने दिनेश चव्हाण को operations के कार्यभार से मुक्त कर दिया व श्री विश्व विजय सिंह को operations का जिम्मा सोपा व तब से लेकर आज तक विश्व विजय सिंह, समीर वानखेडे के हाथो की कठपुतली है व दोनों ने मिलकर NDPS की धारा 27A का दुरुपयोग किया व बेकसूर लोगो को फंसाया व जैसा समीर कहता है विश्व विजय वैसा ही करता है। इसके बदले मे समीर वानखेडे, विश्व विजय सिंह के खिलाफ NCB कार्यालय में प्राप्त complaints (जो की लोगो के घरों से तलाशी के दोरान लाखो रुपये व सोने के गहनों की लूट के बारे में होती है) को झूठा बता कर उसको लगातार बचाता आ रहा है। केस नंबर 16/2020 में विश्व विजय सिंह ने मोहम्मद जुम्मन से 20-25 लाख रुपये लिए व उसने NCB office मुंबई में लिखित complaint की है परंतु समीर वानखेडे ने ये आरोप गलत बता के complaint close कर दी है।

2. केस नंबर 03/2021 मे समीर खान को झूठे केस मे arrest कर के 200 किलोग्राम तंबाकू को गाँजा दिखा के गलत तरीके से case बनाया व वित्तीय लेन देन का आरोप लगा कर NDPS की धारा 27A का दुरुपरोग किया ।

3. केस नंबर 06/2021 मे मोहम्मद नजीम खान के घर आशीष रंजन IO ने 81 ग्राम मेफेड्रोन (MD) रखकर झूठा केस बनाया व उसे जेल में डाल दिया ।

4. केस नंबर 09/2021 मे मोहम्मद बिलाल को 136 ग्राम मेफेड्रोन (MD) रखकर झूठा केस बनाया व उसे जेल मे डाल दिया ।

5. केस नंबर 18/2021 मे अमजद असलं शेख के घर आशीष रंजन IO ने 64 ग्राम मेफेड्रोन (MD) रखकर झूठा केस बनाया व उसे जेल में डाल दिया ।

6. केस नंबर 24/2021 में शाहबाद बटला के घर पर सिपाही पीडी मोरे ने समीर के कहने पर drug supplier आदिल उसमानी से 60 ग्राम मेफेड्रोन (MD) खरीदकर उसके घर रखकर झूठा केस बनाया व उसे जेल में डाल दिया।

7. केस नंबर 27/2021 मे अब्दुल काबीर व नजीया शेख के घर 52 व 54 ग्राम मेफेड्रोन (MD) रखकर दोनों पर झूठा केस बनाया व उन्हें जेल में डाल दिया ।

8. केस नंबर 28/2021 मे इमरान के घर आशीष रंजन 10 ने 57 ग्राम मेफेड्रोन (MD) रखकर झूठा केस बनाया व उसे जेल में डाल दिया ।

9. केस नंबर 29/2021 मे केन्निथ के घर 200 ग्राम मेफेड्रोन (MD) रखकर झूठा केस बनाया व उसे जेल में डाल दिया ।

10. केस नंबर 30/2021 मे अंसारी समीरुद्दीन के घर 55 ग्राम मेफेड्रोन (MD) रखकर झूठा केस बनाया व उसे जेल में डाल दिया।

11. केस नंबर 31/2021 मे चीकुडी पीटर, नाईजेरियन को 22 ग्राम कोकेन व 260 ग्राम चरस रखकर झूठा केस बनाया व उसे जेल में डाल दिया ।

12. केस नंबर 32/2021 मे अब्दुल गफ्फार कुरेशी के घर 52 ग्राम मेफेड्रोन (MD) रखकर झूठा केस बनाया व उसे जेल में डाल दिया ।

13. केस नंबर 33/2021 मे शोयन हैदर खान के घर 1.2 ग्राम मेफेडोन (MD) व 17 blots LSD के रखकर झूठा केस बनाया व उसके घर से 17 लाख रुपये नगद मिले थे व NCB की टीम ने समीर के कहने के बाद 9 लाख रुपेय case में दिखाये व बाकी आपस में बाँट लिए।

14. केस नंबर 40/2021 मे समीर सुलेमान सना व सर्फराश कुरेशी को आशीष रंजन IO विश्व विजय सिंह, superintendent ने इनके घर मे 50 व 60 ग्राम मेफेड्रोन (MD) रखकर झूठा केस बनाया व उन्हें जेल में डाल दिया। इनके घर से 25 लाख रुपए व सोने के आभूषण गायब किए। कम्प्लेंट होने पर समीर ने मामला रफा दफा किया।

15. केस नंबर 44/2021 मे सिकंदर हसैन सजाद के पास से घर से 12 बोतल कोडीन के खांसी के सिरप व कुछ मात्रा मे गाँजा व मेफेडोन (MD) मिला था लेकिन सिपाही विष्णु मीना ने समीर वानखेडे के कहने पर 2 कार्टून कोडीन के खांसी के सिरप उसके घर पर रखकर झूठा केस बनाया व उसे जेल में डाल दिया। उसकी बहन के पास सिपाही विष्णु मीना के हाथ मे 2 कार्टून ले जाते हुए का विडियो भी है। उसकी पुकार कोई भी नहीं सुन रहा।

16. केस नंबर 49/2021 मे अहसान सजाद खान के घर 62 ग्राम मेफेड्रोन (MD) रखकर झूठा केस ननाया त उसे जेल में डाल दिया ।

17. केस नंबर 51/2021 मे सोहेल शेख के घर 62 ग्राम मेफेड्रोन (MD) रखकर झूठा केस बनाया व उसे जेल में डाल दिया ।

18. केस नंबर 60/2021 मे फाहद सलीम करेशी के घर 60 ग्राम मेफेड्रोन (MD) रखकर झूठा केस बनाया व उसे जेल में डाल दिया ।

19. केस नंबर 63/2021 मे मोहम्मद अशील शेख के घर 57 ग्राम मेफेड्रोन (MD) रखकर झूठा केस बनाया व उसे जेल में डाल दिया।

20. केस नंबर 71/2021 मे समीर मुख्तार सायद के घर 200 ग्राम चरस मिला था लेकिन समीर वानखेडे के कहने पर उस पर 1200 ग्राम चरस का झूठा केस बनाया व उसे जेल में डाल दिया ।

21. केस नंबर 77/2021 मे एक नाइजीरियन नागरिक को मानखुर्द से पकड़ा जिससे कोई भी drug नहीं मिली थी लेकिन समीर वानखेडे ने उसके पास से 254 ग्राम हेरोइन व 7.5 ग्राम कोकेन का झूठा केस बनाया व उसे जेल मे डाल दिया।

22. केस नंबर 80/2021 मे एक नाइजीरियन नागरिक को खारघर से पकड़ा था जिससे कोई भी drug नहीं मिली थी लेकिन समीर वानखेडे ने उसे 60 ग्राम मेफेड्रोन (MD) रखकर झूठा केस बनाया व उसे जेल में डाल दिया ।

23. केस नंबर 88/2021 मे एक मुजरिम को पकड़ा था जिसे जेल में डाल दिया व seizure के दोरान उसका डेबिट कार्ड जब्त किया था जो कि गुजरात में किसी बैंक का था व उसका PIN नंबर NCB के अधिकारियों ने ले लीआ था व समीर के कहने के बाद व मुजरिम को जेल भेजने के बाद उसका डेबिट कार्ड इस्तेमाल करके रुपेय 40000 निकाले गए ।

24. केस नंबर 94/2021 मे cordelia क्रुज़ पर जो केस किया है उसमे सभी पंचनामे NCB मुंबई के office में लिखे गए है व BJP के इशारे पर उनके दो कार्यकर्ताओ ने समीर वानखेडे के साथ मिली भगत से drug plant कर के किया है। कुज़ पर NCB के कर्मचारी Superintendent श्री विश्व विजय सिंह, IOS आशीष रंजन, किरण बाबू, विश्वनाथ तिवारी व JIO सुधाकर शिंदे, OTC कदम, सिपाही रेड्डी, पी.डी. मोरे व विष्ण मीना, डाईवर अनिल माने व समीर का निजी सचिव शरद कुमार व अन्य कर्मचारी अपने समान में छिपा कर drug ले गए थे व मोका पाकर लोगो के निजी समान मे रखा। समीर वानखेडे को search या operation के दोरान कोई बॉलीवुड या माडल या सेलेब्रिटी मिलना चाहिए तो वह उसे जबर्दस्ती drug अपने पास से रखकर केस बना देता है । इस मामले में भी ये ही हआ है । समीर पिछले एक माह से BJP के दोनों कार्यकर्ताओ (KP Gosawi  व Manish Bhanushali) से संपर्क में है व क्रूज से जितने भी आदमी पकड़े गए थे उन्हें NCB office लाया गया व सारे पंचनामे NCB के office मे बैठ कर बनाए गए। परंतु रिशब सचदेव, प्रतीक गाबा व अमीर फरनीचरवाला को उसी रात दिल्ली से फोन आने पर छोड़ा गया। इस मामले में समीर वानखेडे की फोन कॉल डीटेल चेक की जा सकती है। इस मामले में अरबाज मर्चेन्ट के दोस्त अब्दुल से कुछ drug नहीं मिली थी लेकिन समीर के कहने से उस पर भी druo recovery दिखा दी गई है । समीर ने इस केस में अपने (NCB) कार्यालय के ड्राईवर श्री विजय को पंच यानि गवाह बना दिया है, जबकि कानून कहता है कि गवाह स्वतंत्र होने चाहिए। यह सारा केस फर्जी है व drug जो प्राप्त हुई है समीर व उसके साथियो ने plant की है।

25. NCB Goa में प्रसाद वादके के घर 17 ग्राम LSD सिपाही रेड्डी ने रखकर नकली case बना कर जेल भेजा।

26. बिग बॉस में भाग लेने वाले अरमान कोहली के घर सिपाही विष्णु मीना व रेड्डी ने 1 ग्राम कोकेन रखकर उस पर नकली case बना कर उसे जेल भेज दिया।

जब से समीर वानखेडे ने NCB Mumbai में कार्यभार संभाला है तब से जो भी case NCB ने किए है उनमे पकड़े गए आदमियों से लगभग 25 खाली पेपरों पर हस्ताक्षर लिए जाते है व अपनी मनमर्जी से पंचनमा बदल लिया जाता है । हस्ताक्षर वाले खाली कागज़ NCB के सभी 105 की मेज की दराज मे रखे है व superintendent श्री विश्व विजय सिंह की अलमारी मे रखे है आप छापा मार कर निकाल सकते है । इसके साथ थोड़ी मात्रा मे drug भी समीर व विश्व विजय सिंह के कार्यालय के कमरे से बरामद की जा सकती है । श्री अशोक मूथा जैन, DDG (SWR) को रागीर वानखेडे मोटी रकम हर माह रिश्वत के तौर पर देता है, जिससे वह समीर के गलत कामों को नजर अंदाज करता है व समीर व अन्य अधिकारियों की complaint होने पर बचाता है। जो अधिकारी समीर के गलत कामों मे साथ नहीं देता है उन्हे वह किसी न किसी तरह से Suspend करवा देता है। अब तक समीर ऐसे 4 ईमानदार अधिकारियों को suspend करवा चुका है।

अत: आपसे अनुरोध है कि उक्त cases की जांच की जाए व इन केसो मे पकड़े गए आदमियों से पूछताछ की जाए तो आपको सच्चाई पता लगेगी और ये मालूम होगा कि समीर वानखेडे सारे फर्जी केस बना रहा है व NDPS Act का दुरुपयोग कर रहा है । महाराष्ट्र सरकार से भी ये गुहार है कि एक inquiry commission बैठा के मामले की जांच करवाई जाए तो दूध का दूध व पानी का पानी हो सके व NCB केवी अधिकारियों को सजा मिल सके। मैं अपना नाम उजागर नहीं कर सकता क्योंकि मैं NCB का हिस्सा है व मुझे नुकसान पहुंचाया जा सकता है।

धन्यवाद, जय हिन्द, भारत माता की जय ।

NCB की बेईमानी के खिलाफ
एक सच्चा देश भगत

प्रति :
1. श्री उद्धव ठाकरे, मुख्यमंत्री, महाराष्ट्र सरकार
2. श्री दिलीप वलसे पाटिल, ग्रहमंत्री, महाराष्ट्र
3. श्री संजय पांडे, पुलिस महानिदेशक, महाराष्ट्र
4. श्रीमति सोनिया गांधी, कांग्रेस पार्टी
5. श्री राहल गांधी, कांग्रेस पार्टी

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संजय कुमार सिंह
लेखक वरिष्ठ पत्रकार और प्रसिद्ध अनुवादक है। हमारी पाठकों से बस इतनी गुजारिश है कि हमें पढ़ें, शेयर करें, इसके अलावा इसे और बेहतर करने के लिए, सुझाव दें। धन्यवाद।