जोधपुर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की विशेष विंग ने बुधवार को सुबह एक निजी नर्सिंग कॉलेज के उप प्राचार्य को चार हजार रुपए की रिश्वत लेते पकड़ा। उसने यहां से नर्सिंग कर चुके एक छात्र को रजिस्ट्रेशन नंबर देने के लिए सात हजार रुपए की मांग की थी। तीन हजार रुपए वह पहले ही ले चुका था। शहर में संभवतया यह पहला अवसर है जब किसी निजी शिक्षण संस्थान में किसी को रिश्वत लेते पकड़ा गया है।
ब्यूरो के उप महानिरीक्षक डॉ. विष्णुकांत ने बताया कि चूरू में बीदासर तहसील के कल्याणसर गांव निवासी नर्सिंग छात्र गणेशदास पुत्र ओमप्रकाश स्वामी की शिकायत पर आर्मी पब्लिक स्कूल के सामने स्थित भारत स्कूल ऑफ नर्सिंग के उप प्राचार्य अमोलकराम तंवर को चार हजार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। मूलत. बाड़मेर जिले में सेड़वा तहसील में हरपालिया गांव के होती का तला उप प्राचार्य अमोलकराम ने प्राचार्य के कक्ष में रिश्वत राशि ली। तभी विशेष विंग के एएसपी डॉ दुर्गसिंह राजपुरोहित के नेतृत्व में एसीबी ने दबिश देकर उप प्राचार्य को पकड़ लिया।
एएसपी डॉ दुर्गसिंह ने बताया कि नर्सिंग छात्र गणेशदास ने वर्ष 2016-17 में जनरल नर्सिंग व मिडवाइसरी कोर्स के लिए राजस्थान नर्सिंग काउंसिल जयपुर के अधीनस्थ वाले भारत स्कूल ऑफ नर्सिंग में मैनेजमेंट सी से प्रवेश लिया था। वर्ष 2020-21 में तीन वर्षीय पाठ्यक्रम की परीक्षा उसने पास कर ली। इसके बाद नर्सिंग छात्र का डिप्लोमा रजिस्ट्रेशन कराना आवश्यक होता है जो जयपुर में होता है और दो हजार रुपए प्रति छात्र फीस लगती है, लेकिन उप प्राचार्य ने छात्र से सात हजार रुपए मांगे थे। इसमें से तीन हजार रुपए वह ले चुका था। पीडि़त छात्र ने एसीबी के टोल फ्री नम्बर 1064 पर उप प्राचार्य के रिश्वत मांगने की शिकायत की थी। एसीबी मुख्यालय से यह शिकायत जोधपुर की विशेष विंग को रैफर की गई। एसीबी ने मंगलवार को गोपनीय सत्यापन कराया तो आरोपी के रिश्वत मांगने की पुष्टि हुई। शिकायत सही पाए जाने पर बुधवार को सुबह एसीबी ने ट्रैप का आयोजन कर गणेशदास को चार हजार रुपए के साथ उप प्राचार्य तंवर के पास भेजा। कॉलेज में अपने कक्ष में बैठे अमोलक राम तंवर के चार हजार रुपए की रिश्वत लेते ही एसीबी की टीम ने उसे पकड़ लिया। उसकी जेब से गुलाबी रंग लगे हुए चार हजार रुपए भी बरामद कर लिए गए।