
अजमेर। निधि अंकेक्षण विभाग की संभागीय प्रशासनिक परीक्षण समिति की बैठक बुधवार को संभागीय आयुक्त डॉ. वीना प्रधान की अध्यक्षता में संभागीय आयुक्त सभागार में आयोजित हुई।
संभागीय आयुक्त डॉ. वीना प्रधसान ने बताया कि संभाग में बकाया आक्षेपों एवं गबन प्रकरणों में अनुपालना की स्थिति एवं निस्तारण की समीक्षा संभागीय प्रशासनिक परीक्षण समिति की बैठक में की गई। यह समिति स्थानीय निधि अंकक्षण विभाग से संबंधित थी। बैठक में स्वायतशासी संस्थाओं में पाई गई गंभीर अनियमिततओं पर की गई कार्यवाही की भी समीक्षा की गई। इस प्रकार के प्रकरणों में अग्रिम कार्यवाही के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान किए गए।
उन्होंने बताया कि नगर निगम अजमेर में 2013 से 2017 तक राजस्थान सूचना आयोग के द्वारा आक्षेपित शास्ती की वसूली की राशि संबंधित व्यक्ति के वेतन से करने के निर्देश प्रदान किए गए। भीलवाड़ा नगर निगम में वर्ष 2006-07 के दौरान विज्ञापन प्रदर्शन शुल्क की आय की वसूली संबंधित विज्ञापन फर्म से की जानी आवश्यक है। विज्ञापन फर्म की बैंक की डिटेल्स प्राप्त कर बैंक खाते से वसूली करने के लिए कहा गया।
उन्होंने बताया कि नेशनल इंश्योरेन्स कम्पनी का कार्यालय भीलवाड़ा सूचना केन्द्र भवन में किराए पर संचालित किया जा रहा है। इस कम्पनी द्वारा किराए पर ब्याज जमा नहीं करवाया गया है। इन्श्योरेन्स कम्पनी द्वारा ब्याज राशि जमा नहीं करवाने पर भवन को खाली करवाने की कार्यवाही नगर परिषद भीलवाड़ा द्वारा की जाएगी। इसी प्रकार नागौर की लाडंनू पंचायत समिति में 2006 से 2008 के दौरान योजनाओं की राशि ग्राम पंचायतों के उपयोग के लिए भेजा जाना था। इस 11 लाख की राशि को संबंधित ग्राम पंचायतों में नहीं भेजा गया था। संबंधित समयावधि के दौरान कार्यरत विकास अधिकारियों पर कार्यवाही अमल में लाई जाए।
इस अवसर पर अतिरिक्त संभागीय आयुक्त श्री गजेन्द्र सिंह राठौड़, अजमेर विकास प्राधिकरण के सचिव किशोर कुमार, जिला परिषद के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी मुरारी लाल वर्मा, स्थानीय निकाय विभाग की उप निदेशक डॉ. अनुपमा टेलर तथा स्थानीय निधि अंकेक्षण विभाग के अतिरिक्त निदेशक शेलेन्द्र परिहार सहित अधिकारी उपस्थित थे।
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