जयपुर। कल अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर पूरा प्रदेश महिलामय उनके सम्मान और उत्थान के कार्यक्रमों में सराबोर रहा। कुछ के कार्यक्रम महिलाओं के सम्मान को समर्पित अनुकरणीय उदाहरण भी बनकर सामने आये हैं।
इस अवसर पर प्रदेश की राजधानी जयपुर हैरिटेज निगम महापौर मुनेश गुर्जर ने अनूठी मिसाल पेश की। उन्होंने 8 वर्ष की इशिता को एक दिन का महापौर बनाकर पेश किया है। इशिता बाकायदा घर से महापौर की सरकारी गाड़ी में बैठकर आयी। महापौर मुनेश गुर्जर और इशिता एक जैसी साड़ी पहने निगम कार्यालय पहुंची, जहां इशिता को महापौर की सीट पर बिठाया गया। कार्यालय में डेढ़ घंटे इशिता चैम्बर में बैठ कर तमाम अधिकारियों, पार्षदों और कर्मचारियों ने उनसे मिलकर उन्हें अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस की बधाईयां दी। इस अवसर पर एक दिन की महापौर इशिता ने जयपुर को स्वच्छ रखने का संदेश दिया। बेटी का महापौर की कुर्सी पर बैठी देख पिता बनवारीलाल और माताश्री ममता की आंखे छलक आई।
दरअसल इशिता गंभीर बीमारी से जूझ रही है। इशिता के यूरिनल ब्लेडर नहीं है। वह न तो सुन पाती है, ना बोल पाने में सक्षम है। इशिता के पिता बनवारी लाल गुजरे वर्ष दिसम्बर में महापौर से मिलकर बेटी की बीमारी के बारे में बताया था। इसके बाद जनवरी में महापौर मुनेश गुर्जर ने उसे गोद लेकर उसकी पढ़ाई से लेकर दवा, इलाज व अन्य खर्चे भी खुद उठा रही हैं।
इस अवसर की खास बात यह रही कि महापौर ने घोषणा की है कि अब प्रतिदन दोपहर तीन से साढ़े तीन बजे का समय सिर्फ महिला परिवादियों के लिए निर्धारित रहेगा जिनकी फरियाद सुनकर तुरन्त निस्तारण की व्यवस्था भी की जायेगी।
महापौर ने कहा कि ईश्वर ने इस काबिल बनाया है कि किसी की मदद कर सको तो करनी चाहिए। इससे हमारा समाज प्रगति करेगा। आर्थिक रूप से सक्षम लोगों को गरीब और जरूरतमंद बच्चों को गोद लेना चाहिए। इससे समाज को नई दिशा मिलेगी।
वहीं एयरपोर्ट पर छह घंटे हवाई यातायात का संचालन महिला कर्मियों ने किया। इस दौरान एक दर्जन से ज्यादा विमानों की आवाजाही हुई।
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