ब्यावर। देश के कई राज्यों में लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के साथ हो रहे कुठाराघात को लेकर पत्रकार जगत में काफी रोष व्याप्त है। हॉल ही में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की प्रेस कांफ्रेस में पत्रकारों के द्वारा किये गये सवालों पर भड़कते हुए अभद्रता की और उनके कार्यकर्त्ताओं ने कई पत्रकारों के साथ हाथापाई कर उनके खिलाफ झूठे मामले तक दर्ज कराये हैं।
उक्त सभी मामले को लेकर जर्नलिस्ट एसोसियेशन ऑफ राजस्थान के प्रदेशाध्यक्ष हरिबल्लभ मेघवाल के आव्हान पर प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य विष्णु दत्त धीमान् के नेतृत्व में राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन उपखण्ड अधिकारी श्वेता चौहान को सौंपकर कार्य़वाही की मांग की।
इस मौके पर वरिष्ठ पत्रकार विष्णु दत्त धीमान् ने बताया कि आज देश में पत्रकारों की रक्षा के लिए ना तो केन्द्र सरकार गंभीर है और ना ही प्रादेशिक सरकारें। उन्होंने कहा कि आज आवश्यकता है एकजुट होकर उन लोगों को मुँह तोड़ जवाब देने का जो लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के साथ घिनौनी हरकत करते हैं अथवा उन पर अत्याचार करने का प्रयास कर रहे हैं। श्री धीमान ने अखबारों व चैनल के मालिकों को भी आव्हान करते हुए कहा कि वह अपने-अपने संस्थानों में काम करने वाले मीडियाकर्मियों की सुरक्षा व्यवस्था कायम करें साथ ही उनके हितों को ध्यान में रखकर उनके पुरे हकों को दिलाया जाये।
ज्ञापन देने के दौरान वरिष्ठ पत्रकार रामप्रसाद कुमावत, जगदीश प्रसाद शर्मा, राधेश्याम दर्जी, दिलीप चौहान, मुकेश शर्मा, प्रकाश भाट, हैमेन्ट्र सोनी, ईशान कुमावत, सत्यनारायण (बब्लू भाई), पी.डी.मिश्रा, नितिन शर्मा, राहुल पारीक सहित कई पत्रकार साथी उपस्थित थे।
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