भीलवाड़ा। जिले की सहाड़ा विधानसभा सीट पर उपचुनाव को लेकर पूर्व एमएलए स्व. कैलाश त्रिवेदी की पत्नी को टिकिट देना खुद उनके ही देवर को रास नही आ रहा है। देवर राजेन्द्र त्रिवेदी के समर्थकों ने जयपुर में सीएमआर पर प्रदर्शन कर टिकिट बदलने की मांग आलाकमान से की है।
सहाड़ा सीट पर कार्यकर्ताओ का असंतोष खुलकर सामने आ गया। सहाड़ा से कांग्रेस उम्मीदवार दिवंगत कैलाश त्रिवेदी की पत्नी गायत्री देवी त्रिवेदी का राजेंद्र त्रिवेदी धड़े ने खुलकर विरोध शुरू कर दिया है। राजेंद्र त्रिवेदी दिवंगत कैलाश त्रिवेदी के सगे छोटे भाई और गायत्री देवी के देवर हैं। राजेंद्र त्रिवेदी सहाड़ा से टिकट के प्रमुख दावेदार थे। अब टिकट नहीं मिलने पर राजेंद्र त्रिवेदी समर्थकों ने विरोध शुरू कर दिया। सहाड़ा में देवर ने भाभी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। राजेंद्र त्रिवेदी ने अभी तक खुलकर बयान नहीं दिया है। लेकिन, रविवार को सेकड़ो समर्थकों ने जयपुर पहुंचकर विरोध जताया। नाराज त्रिवेदी समर्थक मुख्यमंत्री निवास कूच कर रहे थे लेकिन सिविल लाइंस मेंं धारा-144 होने के कारण उन्हें रोक लिया गया। बाद में पुलिस ने केवल 5 प्रतिनिधियों को मुख्यमंत्री निवास जाने की अनुमति दी। राजेंद्र त्रिवेदी समर्थकों का कहना है कि वे मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष से मिलकर टिकट बदलने की मांग करने आए हैं। राजेंद्र त्रिवेदी समर्थकों ने कहा कि गायत्री देवी को कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में स्वीकार नहीं किया जाएगा। जितने भी सर्वे और रायशुमारी हुई है। उसमें राजेंद्र त्रिवेदी ही जिताऊ उम्मीदवार माने गए हैं। पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट में भी इसका जिक्र है। बावजूद उन्हें टिकट नहीं दिया। सरंपच संघ सहाड़ा की अध्यक्ष रतनीदेवी मोहन तिवाड़ी की तरफ से टिकट बदलने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी दिया है। इसमें इलाके के सरपंचों के हस्ताक्षर हैं। सहाड़ा में राजेंद्र त्रिवेदी शुरू से दावेदारी कर रहे थे। राजेंद्र त्रिवेदी के नाम पर कैलाश त्रिवेदी के बेटे तैयार नहीं थे और उनके बेटों ने अपनी मां गायत्री देवी को टिकट देने पर सहमति जताई। कांग्रेस के नेता त्रिवेदी परिवार में सर्वसम्मति नहीं बनवा पाए और यहीं चूक हो गई। सहाड़ा में कांग्रेस की फूट खुलकर सामने आने के बाद कांग्रेस नेताओं ने डैमेज कंट्रोल की कवायद शुरू कर दी है। कांग्रेस नेता राजेंद्र त्रिवेदी समर्थकों को मनाने का दावा कर रहे हैं। उधर, सहाड़ा में भाजपा के भीतर भी अंदरखाने फूट के आसार हैं। बताया जाता है कि टिकट नहीं मिलने से नाराज भाजपा के दावेदार लादूलाल पितलिया भी अंदरखाने नाराज हैं। पितलिया ने भी बगावत का बिगुल एक बार फिर से बजाते हुए भाजपा पर घोखा देने का आरोप लगाते हुए 30 मार्च को निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल करने का निर्णय लिया है।
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