
राकेश यादव: बछवाड़ा (बेगूसराय) प्रखंड क्षेत्र के गोधना पंचायत के गोधना गांव स्थित उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय गोधना में शिक्षा समिति गठन के दौरान विद्यालय प्रबंधन व अभिभावकों के बीच विद्यालय पोषक क्षेत्र के सीमा को लेकर विवाद हो गया। बढ़ते विवाद को लेकर विद्यालय प्रबंधन ने विद्यालय में ताला बंदी कर प्रखंड मुख्यालय परिसर स्थित बीआरसी भवन प्रांगण में धरने पर बैठ गए। वही दुसरी ओर मामले को लेकर विधालय पोषक क्षेत्र के अभिभावकों व नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियों ने आवेदन देकर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी व प्रखंड विकास पदाधिकारी को शिकायत किया है। ग्रामीणों ने आवेदन में बताया कि उच्चतर माध्यमिक विद्यालय गोधना वार्ड संख्या 6 में अवस्थित है लेकिन विद्यालय की प्रधानाध्यापिका गोधना गांव के स्थानीय होने के कारण स्थानीय राजनीति से प्रभावित होकर वार्ड संख्या 8 के नवनिर्वाचित वार्ड सदस्य को अध्यक्ष बनाना चाहते हैं व अपने मनोनुकूल विधालय शिक्षा समिति का गठन करना चाहते हैं ताकि विद्यालय में धांधली करने में सुविधा हो। ग्रामीणों अभिभावकों को जनप्रतिनिधियों ने बताया कि विद्यालय शिक्षा समिति गठन की सूचना पोषण क्षेत्र मैं नहीं दिया गया। और चुपके से कागजी खानापूर्ति करते हुए समिति का गठन किया जा रहा था। जिसकी जानकारी मिली जानकारी मिलते हैं जो हम लोग विद्यालय परिसर पहुंचे विद्यालय की प्रधानाध्यापिका शबनम कुमारी द्वारा अभद्र व्यवहार किया गया। जिसको लेकर विवाद हो गया। प्रधानाध्यापिका ने पोषक क्षेत्र के अभिभावकों व जनप्रतिनिधियों को विद्यालय परिसर से बाहर करते हुए विद्यालय में ताला लगा दिया। पोषक क्षेत्र के अभिभावकों व नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियों ने प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी व प्रखंड विकास पदाधिकारी से विद्यालय का सीमांकन वह पोषक क्षेत्र का करते हुए पारदर्शी तरीके से निष्पक्ष समिति का गठन करने की मांग किया है।

वहीं विद्यालय के प्रधानाध्यापिका ने विद्यालय के सभी शिक्षकों को लेकर बीआरसी भंवर परिसर में धरने पर बैठ गई। धरने पर बैठे शिक्षकों को देखकर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी निर्मला कुमारी ने मामले की सूचना प्रखंड विकास पदाधिकारी पूजा कुमारी को दिया। मामले की सूचना पाकर प्रखंड विकास पदाधिकारी बीआरसी भवन पहुंचकर सभी शिक्षकों को समझा-बुझाकर मामले को शांत किया। मामले को ले प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने बताया कि शिक्षा समिति गठन के दौरान सीमा विवाद को ले विधालय प्रबंधन और अभिभावकों व जनप्रतिनिधियों के बीच विवाद हो गया था। दोनों पक्ष का आवेदन मिला है मामले की छानबीन की जा रही है। जांचोपरांत पारदर्शी और निष्पक्ष शिक्षा समिति का गठन कराया जाएगा।
