
जयपुर। जैकब रोड स्थित जयपुर क्लब के सभागार में डॉ. वाई. के. खन्ना द्वारा लिखित पुस्तक हीमोरोइड्स एवं क्रायोसर्जरी का विमोचन जे.एल.एन. मेडिकल कॉलेज के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ. आर. एन. झांझी के करकमलों द्वारा किया गया। डॉ. झांझी ने इस पुस्तक में डॉ. खन्ना के 35 साल से अधिक के बवासीर (हीमोरोइड्स) के अनुभव एवं क्रायोसर्जरी द्वारा उपचार पर विवेचना करते हुए इस पुस्तक को सर्जन्स के लिए अत्यन्त उपयोगी बताया।
लेखक एवं ब्यावर स्थित जे.एम.डी. हॉस्पीटल के चीफ सर्जन डॉ. वाई. के. खन्ना ने पुस्तक को उपयोगी बताते हुए कहा कि भारतीयों के खानपान व पाइल्स का बहुतायत से पाये जाने की विवेचना करते हुए सुपच भोजन को अत्यन्त उपयोगी बताया। डॉ. खन्ना ने कहा कि बवासीर एक अत्याधिक सामान्य गुदा रोग है जो भारतीयों में आमतौर से दूषित खानपान व अनियमित दिनचर्या आदि से होता है। डॉ. खन्ना ने क्रायोसर्जरी द्वारा बवासीर के ऑपरेशन को अत्यन्त सरल बताते हुए इसे दर्द विहीन, जल्दी ठीक होने, जल्दी काम पर जाना एवं कम खर्चीली सर्जिकल तकनीक बताया है जो कि अधिकांशत रोगियों को लाभदायक सिद्ध हुई है। इस अवसर डॉ. वाई. के. खन्ना की धर्मपत्नी डॉ. आशा खन्ना ने भी अपने विचार रखें।
ब्यावर के वरिष्ठ पत्रकार रामप्रसाद कुमावत ने अपने संबोधन में पुस्तक की समीक्षा करते हुए कहा कि डॉ. खन्ना की इस तकनीक से आमजन तथा सर्जन्स को काफी लाभ पहुंचेगा। डॉ. खन्ना के इस प्रशंसनीय कार्य के लिए उन्हें बधाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की तथा कहा कि डॉ. खन्ना एसे डॉक्टर है जो मरीजों का पैसे के अभाव में निःशुल्क इलाज भी करते है।
पुस्तक के विमोचन में डॉ. आशा खन्ना, गायत्री कुमावत, नवल मयंक, संजय गहलोत, ईशान कुमावत सहित अनेक गणमान्य नागरिक व चिकित्सकगण उपस्थित थे।
