लगातार हो रही बारिश से बिहार के कई जिलों में बाढ़ ने तबाही मचा के रखी है | बाढ़ से सूबे के कई जिलों में जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है | मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दो दिन पूर्व इन जिलों में बाढ़ से उत्पन्न स्थिति का जायजा लिया था | जिसके बाद उनके द्वारा अधिकारियों को बाढ़ ग्रस्त इलाकों में पीड़ितो को हरसंभव मदद पहुंचाने और स्थिति पर लगातार नजर बना कर रखने के निर्देश भी दिए गए थे |
बाढ़ पीड़ितो को पहुंचा रहे हैं हर संभव मदद | 39कम्युनिटी किचन हो रही है संचालित, जरूरत पड़ी तो और भी करेंगे इजाफा | आपदा के इस घड़ी में हम उनके साथ – @Dm_Motihari pic.twitter.com/P8kKGGHiCo
— केशव झा (@KeshavJhaPress) July 9, 2021
उसी क्रम में आज सीएम के निर्देश पर पूर्वी चंपारण के बाढ़ ग्रस्त इलाकों का अधिकारियों की टीम ने हवाई सर्वेक्षण कर बाढ़ से उत्पन हुई स्थिति का जायजा लिया | बाढ़ ने इस जिले में जमकर तबाही मचाई है, बाढ़ के कारण लोग बेघर हो गए हैं, फसलें बर्बाद हो चुकी है, बाढ़ से बचकर लोगों ने उचें स्थानों पर शरण लिए हुए हैं |
दूरभाष पर हवाई सर्वेक्षण की विस्तृत जानकारी देते हुए जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक ने कहा कि, सूबे के परिवहन विभाग के प्रधान सचिव सह आपदा के विशेष कार्य पदाधिकारी संजय कुमार अग्रवाल, कृषि निदेशक आदेश तितरमारे, और कुंदन कुमार के साथ संयुक्त रूप से जल जमाव वाले इलाके मोतिहारी, बंजरिया, सुगौली, मधुबन, पताही, चिरैया, रामगढवा, छौडादानो, तेतरिया प्रखण्डो का सर्वेक्षण किया, सर्वेक्षण के दौरान मुख्य रूप से सिकराहना, लालबकैया, नदी में बाढ़ की स्थिति क्षतिग्रस्त सड़कों एनएच-28ए(A) और बी (b) की स्थिति एवं फसल क्षति (धान की बीचड़ा) का अवलोकन किया |
जिलाधिकारी ने बताया कि बाढ़ से प्रभावित कुल पंचायतों की संख्या 61 है जिसमें 144 गाँव सम्मलित है तथा कुल 6 लाख 12 हजार 899 जनसंख्या बाढ़ से प्रभावित है | बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से 6 हजार 536 व्यक्तियों को निष्क्रमित किया गया है | बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अब तक 13 हजार 606 पोलीथीन शीट वितरित किया गया है | बाढ़ प्रभावित प्रखण्ड बंजरिया में चार सुगौली में दो, मोतिहारी में दो, तेतरिया में दो, मधुबन में एक, फेनहारा में एक कुल 12 मोटर वोट चलाया जा रहा है, तथा 67 नाव चलाया जा रहा है जिसमें 6 सरकारी एवं 61 निजी नावे शामिल है | एन.डी.आर.एफ की टीम लगातार बाढ़ प्रभावित प्रखण्ड बंजरिया, सुगौली, मोतिहारी, मधुबन, फेनहरा, तेतरिया में भ्रमनशील है | बाढ़ प्रभावित क्षेत्र मोतिहारी, पकड़ीदयाल, संग्रामपुर में एनडीआरएफ के कैम्प संचालित है |
आज सचिव परिवहन विभाग सह विशेष कार्य पदाधिकारी आपदा प्रबंधन, बिहार श्री संजय अग्रवाल, कृषि निदेशक, बिहार श्री आदेश तितरमारे एवं जिलाधिकारी प. चंपारण @ias_kundan के साथ जिले के बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया।#DisasterManagement pic.twitter.com/gpdjbrCi42
— District Magistrate, East Champaran (@Dm_Motihari) July 8, 2021
उन्होंने बताया कि बाढ़ क्षेत्रों में अभी तक 39 सामुदायिक रसोई संचालित है जिसमें भोजन करने वालो की संख्या 21हजार 434 है, जरूरत पड़ने पर सामुदायिक रसोई की संख्या में और भी इजाफा किया जा सकता है | बाढ़ से क्षतिग्रस्त 229 सड़को में से 30 सड़को की मरम्मत अभी तक कराया जा चुका हैं | शेष सड़को पर पानी के जमा होने के कारण पानी हटने के उपरान्त मरम्मत की प्रक्रिया शुरू होगी | उन्होंने बताया कि 6 हजार 880 हे0 में बीज का नुकसान हुआ है जिसके लिए 17 हजार 200 क्वीं० बीज का विभाग से अधियाचना किया गया है जिसमें 1064.85 क्वीं० प्राप्त हुआ है | बीज का वितरण हेतु कल से आवेदन प्राप्त करना प्रारम्भ होगा | साथ ही बाढ़ राहत के तौर पर मिलने वाली राशि 6000, सूखे भोजन समिग्री की उपलब्धता सुनिश्चित करना, बाढ़ पीड़ितों को अधिक से अधिक मदद सुनिश्चित करने को लेकर हम प्रतिबद्ध हैं, बाढ़ पीड़ितों को हरसंभव मदद पहुंचा रहे हैं, आपदा के इस घड़ी में हम उनके साथ हैं | साथ ही उन्होंने कहा कि आज मंत्री मध निषेध, उत्पाद एवं निबंधन,बिहार-सह-प्रभारी मंत्री पूर्वी चंपारण सुनिल कुमार एवं केसरिया विधायक संग केसरिया में बौद्ध स्तूप तक पहुंचने वाले पथ के निर्माण हेतु स्थल का निरीक्षण किया गया साथ ही सर्किट हाउस में प्रखंड में बाढ़ की स्थिति की समीक्षा बैठक की गई |
आज माननीय मंत्री मध निषेध,उत्पाद एवं निबंधन,बिहार-सह-प्रभारी मंत्री पू. च. श्री सुनील कुमार एवं केसरिया विधायक श्रीमती @ShaliniJDU संग केसरिया में बौद्ध स्तूप तक पहुंचने वाले पथ के निर्माण हेतु स्थल का निरीक्षण एवं प्रखंड में बाढ़ की स्थिति की समीक्षा बैठक की।#kesariyaBaudhStup pic.twitter.com/5H1NgqyjfB
— District Magistrate, East Champaran (@Dm_Motihari) July 9, 2021
बताते चलें कि बिहार की राजधानी पटना में शुक्रवार सुबह हुई बारिश के बाद धूप निकली, लेकिन राज्य के दक्षिणी भाग में और बारिश होने की संभावना जताई गई है | पिछले कुछ दिनों से मानसून ट्रफ हिमालय की तराई की ओर शिफ्ट कर गया है, जो धीरे-धीरे दक्षिण की ओर बढ़ता जा रहा है | यही कारण है कि मध्य बिहार और इसके आसपास के इलाकों में बारिश में बढ़ोतरी देखी गई है | पश्चिमी और मध्य बिहार में कई जगहों और पूर्वी बिहार के कुछ जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई गई है. जहां तक उत्तर बिहार की बात है तो इस इलाके में शुक्रवार को बारिश में आंशिक कमी की संभावना जताई जा रही है |
मौसम विभाग के अनुसार, अगले 24 से 48 घंटे में पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, सीवान, सारण, वैशाली जिले में बारिश हो सकती है | पटना, गया, नवादा सहित मध्य बिहार के कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है. अन्य जिलों के लिए भी येलो अलर्ट जारी किया गया है | पश्चिमी और मध्य बिहार में कई जगहों पर जबकि पूर्वी बिहार के कुछ जगहों पर मेघ गर्जन के साथ हल्की से मध्यम वर्षा की संभावना है | पश्चिमी बिहार में एक दो जगहों पर भारी बारिश भी हो सकती है |
दरअसल, बंगाल की खाड़ी की ओर से आ रही हवा का प्रवाह लगातार उत्तर बिहार की ओर जारी है | इससे उत्तर बिहार के बड़े इलाके में बारिश का सिस्टम मजबूत कर रहा है | साथ ही पूर्वी उत्तर प्रदेश की ओर बना चक्रवाती परिसंचरण आसपास के इलाके में झमाझम बारिश की वजह बन सकता है | कुछ इलाकों में वज्रपात की भी आशंका है ऐसे में आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा लोगों से घरों से बाहर नहीं निकलने की अपील की गई है ||
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