नरेश के 10 साल के संघर्ष के बाद गिरीपार की बेड़ा Cast को मिला ST Status

संगड़ाह। सिरमौर जिला के उपमंडल मुख्यालय संगड़ाह के नरेश कुमार के करीब 10 साल के Struggle के बाद आखिर Beda जाती को Shedule Tribe Status मिल ही गया। शनिवार को नरेश कुमार को तहसीलदार संगड़ाह से अनुसूचित जनजाति Cirtificate issue हो चुका है और उक्त प्रमाणपत्र के लिए उन्होने 5 दिन पहले Online apply किया था। उक्त जाति से संबंध रखने वाले नरेश कुमार द्वारा इस बारे 22 दिसम्बर, 2021, 30 सितंबर, 2020 व 30 सितम्बर, 2010 को Prime Minister Modi को तथा 21, जुलाई 2022 को Commissioner, Tribal Development department Himachal Pradesh को लिखे जाने के अलावा अलावा 2012 से अन्य कईं नेताओं व अधिकारियों से पत्राचार किया गया था।

नरेश के 10 साल के संघर्ष के बाद गिरीपार की बेड़ा Cast को मिला ST Statusनरेश के 10 साल के संघर्ष के बाद गिरीपार की बेड़ा Cast को मिला ST Status

Prime Minister office द्वारा जहां इस बारे हिमाचल सरकार के मुख्य सचिव को निर्देश दिए गए, वहीं कमिश्नर हिमाचल अनुसूचित जनजाति विकास विभाग द्वारा सभी प्रदेश के सभी DC व निदेशक IT को पत्र भेजे गए। इसके बाद E-District portal अथवा site पर बेड़ा जाति ST list मे update की गई।‌ Greater Sirmaur अथवा Giripaar की बेड़ा व भरड़ा जाति के लोग सदियों से विभिन्न निजी व सार्वजनिक समारोह मे बाजा बजाने व अनाज के बदले कपड़े सिलने का काम करते है और इन लोगों को पिछले करीब 10 साल पहले अनुसूचित जाति प्रमाण पत्र जारी करना विभाग अथवा सरकार ने बंद कर दिये हैं। नरेश कुमार ने उनकी Cast को अनुसूचित जनजाति दर्जा देने के लिए Prime Minister नरेंद्र मोदी, Commissioner Shedule Tribe Development Dipartment व मुख्यमंत्री आदि का धन्यवाद किया।

नरेश के 10 साल के संघर्ष के बाद गिरीपार की बेड़ा Cast को मिला ST Status

उन्हे इस बात का भी मलाल है की, पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह व वर्तमान CM जयराम ठाकुर ने यदि उनके मांग पत्र पर गंभीरता से गौर किया होता तो उनकी जाति के लोग 10 साल आरक्षण से वंचित न रहते और न ही प्रधानमंत्री कार्यालय मे याचिका की जरूरत पड़ती। उन्होंने अपने समुदाय के सभी लोगों से ST प्रमाण पत्र बनाने की भी appeal की। बेड़ा समुदाय की तरह ही क्षेत्र की भरड़ा जाती को भी 2012 से अनुसूचित जाति के प्रमाणपत्र जारी नहीं हो रहे हैं और न ही भरड़ा Cast को ST Status मिल सका। इनके सामाजिक अथवा विवाह जैसे संबंध वाले लोहार व बढ़ई को SC प्रमाणपत्र बदस्तुर जारी हो रहे हैं। बहरहाल 10 साल बाद ही सही बाजा बजाकर व मजदूरी से अपना परिवार पाल रहे नरेश कुमार के प्रयास से राज्य मे बेड़ा Cast को फिर से आरक्षण मिल चुका है हालांकि, अब उन्हे SC की जगह ST Certificate मिल रहे हैं।

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