बछवाड़ा / बेगूसराय : घर में काम करने वाली दलित महिला के ऊपर चोरी का इल्ज़ाम लगाकर, दबंगों नें देर रात कम करने वाली दाई को उसके घर से न सिर्फ उठाया बल्कि दरिंदगी पुर्वक मार पीट रात अपने घर में बंधक बनाए रखा।
बताते चलें कि चमथा दो पंचायत बड़खुंट निवासी गोविन्द पासवान की पत्नी देवकी देवी वाजिदपुर विद्यापतिनगर निवासी टुना चौधरी के घर में काम किया करती थी। रविवार की देर रात टुना चौधरी अपने समर्थकों के साथ अचानक उक्त काम वाली बाई के घर धावा बोल दिया। और जेवर चोरी का इंतजार लगाकर दबंगों नें उक्त महिला को अपने साथ ले गया। और रात भर एक कमरे में बंद कर बर्बरता पुर्वक बेरहमी से मारपीट किया। सुबह जब परिजनों नें उक्त महिला की खोजबीन करते हुए दबंगों के घर पहुंचे तो दबंगों नें अपने छत से दरवाजे खड़े लोगों पर ईंट पत्थर बरसाने लगा। चोटिल परिजन वापस आ कर गांव वालों को सारी घटनाक्रम की जानकारी दी।
तत्पश्चात आक्रोशित ग्रामीणों नें उक्त दबंग के धर जाकर खुब हंगामा मचाया। बात को बढ़ते देख दबंगों नें उक्त महिला को अपने कब्जे से मुक्त किया। सोमवार को दिन भर चमथा पुल चौक पर गहमागहमी का माहौल बना रहा। हालांकि बछवाड़ा थाना प्रभारी सुजीत कुमार व तेघड़ा डीएसपी ओमप्रकाश अपने दल-बल के साथ चमथा पुल चौक पर कैंप कर रही है।
सवाल यह है की हमेशा गरीब पर ही क्यों अत्याचार होता है? भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में रोज कही ना कही कभी गरीब के साथ अभद्र व्यवहार की तो कभी गोली मार देने की खबरें सामने आती है जनता भी सब देखती है सरकारे भी देखती है लेकिन आज तक ऐसे मामलों पर विराम नहीं लगा, कारण लचर कानून व्यवस्था है या फिर बार बार रसुखदारों को लगता है की उनका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता?