नागदा 18 जनवरी। मप्र के राज्यपाल बुधवार दोपहर को सडक मार्ग से उज्जैन जिले के औद्योगिक शहर नागदा पहुंचे। वे मंदसौर में एक कार्यक्रम में भाग लेने के पूर्व लगभग 10 मिनट तक सर्किट हाउस पर पहुंचे। यह से जब वे रवाना होने लगे तब बरामदे में खडे पत्रकारों की और इशारा करते हुए अधिकारियों ने उन्हें बताया कि प्रेस के लोग है। राज्यपाल ने वहां खडें हिंदुस्थान एजेंसी संवाददाता कैलाश सनोलिया से सवाल किया कि इस शहर की क्या विशेषताएं है। सनोलिया ने बताया कि यह एक औद्योगिक शहर है। यहां पर स्व घनश्याम दास बिडला ने किसी जमाने में उद्योग की स्थापना की थी। राज्यपाल ने दूसरा सवाल किया कि उद्योग का उत्पादन क्या है। तब उन्हे बताया गया कि ग्रेसिम उद्योग में स्टेपल फाईबर का निमाण होता है। जिसका विदेशों में भी निर्यात होता है। इसी प्रकार से ग्रेसिम की एक और यूनिट केमिकल डिवीजन यूनिट है जिसमें कास्टिक सोडा ब्लीचिंग पाउडर एवं अन्य रसायनों का उत्पादन होता है। राज्यपाल का तीसरा सवाल थाकि इस शहर की आवादी कितनी है। इसका जवाब दिया गया कि पिछली जनगणना में एक लाख का आंकडा सामने आया था। अब लगभग एक लाख 10 हजार तक संभव है।
ग्रेसिम उद्योग प्रबंधन की चूक : ग्रेसिम उद्योग के पिछले इतिहास में अमूमन यह होता आया कि शहर में कोई भी सेलेब्रिटी पहुंचती तो उद्योग प्रबंधन अगवानी के लिए गुलदस्ता लेकर पहुंचते हैं, लेकिन महामहिम जैसे संवैधानिक पद की हस्ती औद्योगिक शहर में पहुुची और स्वागत के लिए प्रबंधन की और से कोई सामने नहीं आया। जबकि महामहिम उस शहर में आए थे जिस शहर का नाम एशिया के उद्योग जगत में जाना जाता है। महामहिम का स्वागत पुष्पमालाओं से भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य डाॅ तेजबहादुरसिंह चैहान एवं अमनदीप खालसा ने किया। इस मौकेएसडीएम आशुतोष गोस्वामी, सीएसपी पिंटूू बघेल, तहसीलदार रामस्वरूप जायसवाल, लोकनिर्माण विभाग के एसडीओं गौतम अहिरवार आदि ने व्यवस्था पर नजर रखी।