मध्यप्रदेश : चंबल नदी में जहरीले पानी से सैकड़ों मछलियों की मौत, बिडला घराना के ग्रेसिम प्रबंधन के खिलाफ शिकायत

The Harishchandra News Image

उज्जैन जिले के औद्योगिक नगर नागदा से लगभग 7 किमी दूर गांव परमारखेड़ी के समीप चंबल नदी में जहरीले पानी से सैकड़ों मछलियांे की मौत हो गई। इस घटना की बिडलाग्राम पुलिस थाने में शनिवार को शिकायत भी हुई है। मप्र प्रदूषण विभाग के  उज्जैन संभागीय अधिकारी एचके तिवारी ने इस घटना की जांच कराने का आश्वास दिया है। पुलिस थाने में की गई शिकायत की प्रति गांव के जागरूक नागरिक गोपाल गुर्जर ने इस संवाददता को साझा की है। 

मध्यप्रदेश : चंबल नदी में जहरीले पानी से सैकड़ों मछलियों की मौत, बिडला घराना के ग्रेसिम प्रबंधन के खिलाफ शिकायत

शिकायत में आरोप हैकि नागदा में ग्रेसिम उद्योग से चंबल नदी में रसायनयुक्त पानी छोड़ने से इस प्रकार से मछलियों की मौत हुई है। चंबल नदी का पानी किसान लोग सिंचाई में भी उपयोग में लाते हैं। इस कारण स फसलों को भी नुकसान हो रहा है। पुलिस से उचित कार्यवाही की मांग की गई है। किसान गोपाल निवासी गांव परमार खे़ड़ी ने बताया मप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की निगरानी में ग्रेसिम के प्रदूषित पानी को चंबल में मिलने से रोकने के लिए जेएलडी प्लांट का निर्माण कराया गया है। जिसके तहत एक बंूद भी पानी चंबल नदी में नहीं छोड़ा जाना चाहिए । लेकिन उसके बाद भी ग्रेसिम उद्योग से इस प्रकार का पानी छोड़ने का संदेह है जिससे सैकड़ों मछलियों की मौत हो गई है।

क्या बोले जिम्मेदार अधिकारी : इस मामले में मप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के संभागीय अधिकारी एचके तिवारी को पूरा घटनाक्रम बताने पर वे बोले इस मामले में कल ही जांच कराई जाएगी। दोष सिद्ध होने पर कार्यवाही की जाएगी।

We are a non-profit organization, please Support us to keep our journalism pressure free. With your financial support, we can work more effectively and independently.
₹20
₹200
₹2400
कैलाश सनोलिया
स्वतंत्र पत्रकार एवं विश्लेषक है। हमारी पाठकों से बस इतनी गुजारिश है कि हमें पढ़ें, शेयर करें, इसके अलावा इसे और बेहतर करने के लिए, सुझाव दें। धन्यवाद।